सरसों के तेल में बना Aam ka Achaar banane ki vidhi के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप से साझा करेंगे Achar आप 2 साल तक उपयोग में ला सकते है।
आज के समय की भाग दौड़ में हर खाने की वस्तु ज्यादा तर बाजार से खरीद लेते हैं उनमें से एक अचार भी है।
आज के माँ और पिता अपनी लाइफ को अगर बचपन की ओर ले जाएंगे तो ज्यादा तर Aachar दादी माँ या माँ Achaar घर पर बनाया करती थीं।
वो स्वाद बाजार के Achar में नही होता है
क्योकि वे पीढ़ी दर पीढ़ी पारम्परिक विधी को आगे बढ़ाते रहे हैं और थे।
आज भी गांव देहात में व शहर में कुछ घरों में Achaar डालने की प्रथा कायम है।
Achar अनेको प्रकार के बनते हैं सबके आम का अचार बनाने की विधि भी अलग होती है।
अचार कितने प्रकार के होते हैं? –
- अदरख का अचार (Ginger pickle)
- गाजर का अचार (Carrot Pickle)
- नीबू का अचार (Lime Pickle)
- कटहल का अचार (jackfruit pickle)
- लहसुन का अचार (Garlic Pickle)6
- मिक्स अचार (Mix Pickles)
और भी कई तरीके के अचार बनाए जाते हैं।
Mango Pickle पहले स्थान पर और Mix Pickel दूसरे स्थान पर है।
आम तौर पर यही दोनों ज्यादा पसंद किए जाते हैं। दोनों की recipe विधि एक समान हैं।
अचार बनाने का समय - 1 घंटे अचार तैयार होने का समय 4 से 5 दिन
Aam ka Achaar banane ki vidhi
- घर के बने Oil बेस्ड Aam ka achaar या बाजार ki vidhi से banane में बहोत बड़ा अंतर होता है
- बाजार के achar में एसिड का उपगोग लम्बे समय तक रखने के लिए डालते हैं।
- तेल का इस्तेमाल कम होता है 50% आम से निकला हुआ पानी जगह ले लेता है।
- घर के आम का अचार बनाने की विधि में एक दो साल रखने के लिए सिर्फ सरसों तेल का उपयोग होता है।
- अचार में कौन सा एसिड पड़ता है?
- बाजार के Aam का Acher या कोई भी अचार में एसेटिक एसिड जिसे सिरका कहते हैं
- संग्रहित करने के लिए उपयोग करते हैं।
आम का अचार कौन से महीने में डाला जाता है?
- कच्चे आम की उपज मार्च से मई के महीने तक रहती है। अतः अचार बनाने का यही समय होता है।
- किस प्रकार के आम का उपयोग करें? सरसों तेल में Aam ka Achaar banane ki vidhi के लिए सख्त गुठलियों वाला कच्चे आम का चयन करना चाहिए Aam ka Achar लम्बे समय तक चलेगा।
- बाजार में मिलने वाले आम के अचार में एसेटिक एसिड जिसे सिरका कहते हैं
- इसका इस्तेमाल करने की वजह से वे मुहलायम गुठली का कच्चा आम भी उपयोग में ले लेते हैं।
- इस लिए बाजार का अचार लंम्बे समय तक संग्रहित नही कर सकते हैं।
आम का अचार बनाने की विधि के लिए सामग्री
2 Kg कच्चे आम के मसलों का विवरण
- आम हरा – 2 किलो ग्राम
- सरसों दाने काले या पीले – 125 ग्राम
- मेथी – 20 ग्राम
- कलौंजी – 10 ग्राम
- सौंफ मोटी – 25 ग्राम
- जीरा खड़ा – 25 ग्राम (स्किप कर सकते हैं)
- लाल मिर्च खड़ा या पिसा – 20 ग्राम (स्वाद के अनुसार)
- कश्मीरी मिर्च पावडर – 20 ग्राम (स्किप कर सकते हैं)
- हल्दीपावडर – 15 ग्राम
- नमक – 50 ग्राम
- सरसों का तेल। – 750 ग्राम
बनाने की विधि
- पहला दिन सुबह – आम को धो कर कपड़े से पोछ कर सुखा लें ध्यान रहे पानी बिल्कुल सूख जाए।
- पानी न सूखने पर अचार खराब होने की संम्भावना बढ़ जाती हैं।
- आम को 1 इंच के आकार में काट लें या कटाव लें।
- कटे हुए आम को किसी बर्तन में कर लें।
- एक टी स्पून हल्दी और दो टी स्पून नमक डाल कर अच्छे से मिलाएं।
- बड़ी छन्नी या मलमल के कपड़े में लटका कर
- 1 घंटे के लिए रख दें आम पानी छोड़ेगा उस पानी को हटा दें।
- काफी हद तक आम का पानी नमक की वजह से बाहर निकल जाएगा।
- सूती चादर पर 5 से 6 घंटे के लिए तेज धूप में बिछाकर या फैलाकर रख्खें।
- आप देखेंगे अगर धूप तेज होगी तो आम का पानी सूख जाएगा।
- तब तक आयल और मसाला भूनने की तैयारी कर लें।
आम के अचार में तेल कैसे डालें?
- तेल को हमेशा पका कर ही अचार में डालें।
- सरसों के तेल को गर्म करें धुवाँ आते ही तेल को ठंण्डा होने के लिए छोड़ दें।
Achar का मसाला बनाने की विधि
- कढ़ाई या फ्राई पैन में सरसों के दाने, जीरा, सौंफ, मेथी,
- और अगर खड़ी लाल मिर्च डालना है तो उसे भी डालें।
- गैस स्टोव पर गर्म करें मसालों को हल्का गर्म करें
- चटकाएं नही मसालों से नमी निकालने के लिए गर्म करते हैं।
- गैस बंद करें और ठंडा होने दें।
- मसाले ठंडे होने पर मिक्सी में हल्का दरदरा पीस लें बिल्कुल पावडर ना कर दें।
- अगर अचार का रंग लाल रखना है तो 2 टेबलस्पून कश्मीरी मिर्च डालें
- साथ ही काली सरसों की जगह पीली सरसों को डालें सुर्ख लाल बनेगा
आम का अचार काला क्यों पड़ जाता है?
- Aam ke Achar ki recipe में बहोत से लोग अचार में खड़ा धनिया या धनिया पावडर को भी डालते हैं
- इस वजह से अचार लंम्बे समय तक रखने पर Achar काला पड़ जाता है धनिया को मसाले में ना डालें।
- पिसे मसले को बर्तन में पलट लें।
- ठंडा किया हुआ सरसों का आधा तेल मसाले में डाल कर मिलाएं।
- मसाले में 2 चम्मच हल्दी पावडर, कलौंजी, और तीन चम्मच नमक लगभग 35 ग्राम डाल कर अच्छे से मिला लें।
- अगर मसाले के साथ खड़ी लाल मिर्च नही पीसी है तो जितना तीखा रखना है मिर्च पावडर डाल कर मिलालें।
- अचार का रंग अगर लाल करना हो तो 2 चम्मच काश्मीरी मिर्च पावडर डाल कर मसाले में मिला लें
- धूप दिखाए हुए आम को मसाले में डाल कर अच्छे से मिला लें।
- अचार को कांच की बर्नी या जार में पलट लें
- ध्यान रहे जार साफ और बिल्कुल सूखा हो
- आप प्लास्टिक का ट्रांसपैरंट जार का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अचार को जार में पलटने के बाद बचा हुआ आधा तेल जार में डाल दें।
- ध्यान रहे तेल आम के अचार के बराबर भरा हो अचार का ढक्कन बन्द कर दें।
- आम का अचार धूप दिखाने के लिए तैयार है।
आम के अचार को कितने दिन धूप में रखना चाहिए?
- अचार बनाने के बाद 4 से 5 दिन धूप दिखानी चाहिए
- अचार पक कर खाने के लायक तैयार हो जाता है।
- आम की कलिया मुलायम हो जाती है और आचार का मसाला एक्टिवेट हो जाता है।
- सरसों की वजह से मसाला भी खट्टा हो जाता है
- दूसरा दिन सुबह- अचार का ढक्कन हटा दें
- जार के ढक्कन की जगह मलमल का साफ सूखा कपड़ा या सूती कपड़ा बांध लें
- चार से पांच घंटे धूप में रख्खें।
- सेम इसी तरीके से यह प्रक्रिया ढक्कन हटा के कपड़ा बांध के चार से पांच दिन धूप दिखाएं
- धूप दिखाने के बाद कपड़ा हटा कर ढक्कन बन्द कर दे।
- आप देखेंगे तेल अचार से एक इंच तक ऊपर आ जाएगा।
- पांच दिन के बाद आम का अचार खाने लायक हो जाता है।
- उम्मीद है आम का अचार बनाने की विधि समझ में आई होगी।
- Aam ka acher banane ki vidhi पढ़ने के लिए शुक्रिया
- नीचे महत्वपूर्ण नोट जरूर पढ़ें
जरूरी जानकारी अचार के देख भाल के विषय में
- धूप दिखाने के 5 दिन के बाद चेक करें तेल अचार से 1 से 2 सेंटीमीटर ऊपर हो
- अचार अगर गला न हो तो 2 से 3 दिन धूप और दिखादें आम की केरी मुलायम हो जाएगी
- स्टील के चम्मच को Achar के डिब्बे में नही रखना चाहिए।
- क्यों की Achaar के खट्टे पन और नमक के कारण स्टील में नमक और एसिड रियेक्सन होता है।
- लंम्बे समय तक रखने पर स्टील गलकर अचार में मिल सकता है।
- Achar को निकालते समय सूखे साफ चम्मच का इस्तेमाल करें।
- अगर पानी लगा होगा तो अचार में फफूंदी लगने की आसंका रहेगी
- अचार को हर 2 महीने पर ढक्कन हटा कर साफ कपड़ा बांध लें
- 3 से 4 घंटे धूप में रख्खें
- इससे अचार में बेक्टेरिया नही पनपता है।
- अगर अचार आपने ज्यादा बनाया है तो रोज रोज ढक्कन न खोलें
- खाने लायक अचार किसी छोटे जार में निकाल कर उसे इस्तेमाल में ले।
- गर्मियों में आचार को स्वाद के लिए खाए अचार का ज्यादा सेवन करने से किसी किसी की नकसीर फुट जाती है नाक से खून आसकता है
- कम मात्रा में खाना सेहत के लिए हानिकारक नही होता
Aam ka Achar banane ki vidhi पढ़ने में आप को कैसी लगी कमेंट कर के बताएं।
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