Singhare ki Pakodi बहुत ही स्वादिष्ट और कुरकुरी क्रिस्पी बनती है। इसे खाने के बाद बार-बार बनाएंगे और खाएंगे। और हां इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इसमें जो आलू इस्तेमाल होगा वह पहाड़ी आलू ही होना चाहिए जिसका ऊपर का रंग मटमैला होता है अगर आलू पहाड़ी नहीं होगा तो सिंघाड़े की पकोड़ी कुरकुरी नहीं बनेगी।
सामग्री
- मध्यम आकार का आलू – 250 ग्राम
- सिंघाड़े का आटा- 50 ग्राम
- कटा हुआ हरा धनिया- 1 बड़ा चम्मच
- हरी मिर्च बारीक कटी हुई- 4 से 5
- सेंधानमक- स्वाद के अनुसार
- देसी घी या मूंगफली का तेल तलने के लिए
Singhare ki Pakodi बनाने की विधि
आलू को कुकर में उबाल लें। ध्यान रहे आलू फटना नहीं चाहिए क्योंकि पहाड़ी आलू बहुत जल्दी फट जाता है।
हो सके तो पानी डालकर पतीले में पकाए और देखते रहें की आलू फटने ना पाए | आलू को ठंडा कर 10 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें
अब आलू का छिलका हटा दे और आलू को हाथों की सहायता से छोटा छोटा फोड़ ले|
ध्यान रखें की बहुत ज्यादा भरता ना हो जाए। आलू के आधा इंच के टुकड़े तो दिखें ही
अब कटा हुआ हरा मिर्च, हरा धनिया, सेंधा नमक स्वाद अनुसार डालें और हल्के हाथों से मिलाएं
सिंघाड़े का आटा तीन से चार चम्मच डालें और हल्के हाथों से मिलाएं,
ध्यान रखें की आलू के टुकड़े हल्के हल्के दिखने चाहियें, ज्यादा दबाकर मिलाएंगे तो आलू दिखेगा ही नही।
ध्यान रखें सिंघाड़े के आटे को उतना ही मिलाना है जिससे हाथों की सहायता से छोटे-छोटे गोले बन जाए। कम से कम सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल करना है
पानी के छीटे मार कर आटे को मिलाए , पानी का इस्तेमाल कम से कम करे|
अब कढ़ाई में देसी घी या मूंगफली का तेल गर्म करें और हाथों से दबाकर गोल की हुई एक पकौड़ी को घी में डालें।
अगर पकने में Pakodi बिखर रही हो तो Singhare के आटे को थोड़ा सा बढ़ा ले।
हाथों की सहायता से छोटे-छोटे गोले बनाकर मीडियम आंच पर कुरकुरा पका लें और हरी चटनी के साथ परोसें
जब आपको परोसना हो तभी तले वरना रखी हुई सिंघाड़े की पकोड़ी मुलायम हो जाती हैं।
उम्मीद है हमने आपको बहुत ही छोटी छोटी बातों को ध्यान में रखकर हर चीज को विस्तार से बताया है। Singhare ki pakodi recipe आधे घंटे में बनकर तैयार हो जाती है। किसी प्रकार की समस्या आने पर हमें लिखें हम आपकी समस्या का निवारण जरूर करेंगे।